पहला लेख
12:33 PM Posted In पहला लेख 0 Comments »सबसे पहले शुक्रिया उस दोस्त का जिसने मुझे व्लॉगर का पता दिया तींन घण्टे मेरे लिए निकाले ओर इस बेहद सुखद चीज़ से अवगत कराया।
उम्मीद है उन का यह प्रयास मेरे जीवन में कुछ फरक लाए।
सबसे पहले शुक्रिया उस दोस्त का जिसने मुझे व्लॉगर का पता दिया तींन घण्टे मेरे लिए निकाले ओर इस बेहद सुखद चीज़ से अवगत कराया।
उम्मीद है उन का यह प्रयास मेरे जीवन में कुछ फरक लाए।
खुली खिड़की 2008 सामग्री का किसी भी रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है , टैमपल्ट जैकी सुपित
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